
हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात हैं। गुरुवार सुबह 7 बजे यमुना का जलस्तर 208.46 मीटर पर पहुंच गया। यह खतरे के निशान 205 मीटर से 3 मीटर ज्यादा है।
यमुना वजीराबाद से ओखला तक 22 किमी में है। केंद्रीय जल आयोग को आशंका है कि गुरुवार दोपहर तक जलस्तर 209 मीटर पहुंचने पर ज्यादातर इलाके जलमग्न हो जाएंगे। यहां NDRF की 12 टीमें तैनात की गई हैं। 2,700 राहत शिविर लगाए गए हैं।
कई इलाके पानी से डूब गए हैं। 5 से 6 फीट तक पानी भर गया है। यमुना नदी के किनारे बसे निचले इलाकों से 16 हजार से ज्यादा लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
बजीराबाद, ओखला और चंद्रावल यहां के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद कर दिए गए है। इससे राजधानी के कई इलाकों में पीने के पानी की किल्लत हो सकती है। उधर, सीएम आवास के एक किमी करीब तक जलभराव हो गया है। यमुना बाजार, मजनू का टीला, निगम बोध घाट, मोनेस्ट्री मार्केट, वजीराबाद इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
उधर, हरियाणा में भी 13 जिलों में यमुना का पानी घुस चुका है। 240 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। धीरे धीरे यमुना का पानी अब आगे की और बढ़ रहा है, इससे आज पांच जिले- जींद, फतेहाबाद, फरीदाबाद, पलवल और सिरसा में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। राज्य में अब तक 10 मौतें हो चुकी हैं।
अगले 24 घंटे कैसे रहेंगे…
इन राज्यों में तेज बारिश होगी: मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, बिहार, झारखंड, गोवा, विदर्भ, सौराष्ट्र, कच्छ, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, कर्नाटक, केरल।
इन राज्यों में हल्की बारिश होगी: हिमाचल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, मध्य महाराष्ट्र, मराठावाड़ा, ओडिशा और तमिलनाडु में बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश हो सकती है।
मौसम से जुड़े अपडेट्स…
- बीते 24 घंटें में हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में बारिश में कमी आई है। वहीं, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश और मध्य प्रदेश में जमकर बारिश हुई।
- दिल्ली में MCD ने 13 स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की मीटिंग बुलाई है। मुख्यमंत्री केजरीवाल भी इसमें शामिल होंगे।
- यमुना नदी के जलस्तर का 45 साल का रिकॉर्ड टूटा। 1978 में यमुना का हाईएस्ट वाटर लेवल 207.49 मीटर पहुंचा था। इस बार यह 208 मीटर पार कर गया। ऐसा हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के चलते हुआ।
- हिमाचल में 7 से 11 जुलाई तक सामान्य कोटे से 436% ज्यादा बारिश होने से 40 पुल बह चुके हैं।
- हिमाचल में 50 हजार लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। इनमें से 25 हजार लोग तीन दिन से कुल्लू-मनाली में फंसे थे।
- पंजाब के 14 जिलों के 1,058 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
अलग-अलग राज्यों से मानसून की तस्वीरें…










